मूँगफली केले से बोली,
सुन ओ केले भाई।
सर्दी में सब मुझे पूछते,
क्योंकि तुम में एक बुराई।
मैं गरीबों की बादाम हूँ,
तुम तो देते हो ठंडाई।
मैं सबको गर्मी देती हूँ,
तुम तो लेते हो अँगड़ाई।
केला बोला, सुन ओ बहना,
कभी नहीं मेरे मुँह लगना।
चटर-पटर तुम बहुत कर चुकी,
और नहीं कुछ आगे कहना।
सर्दी में तुम सबको भाती,
तो मैं गर्मी का राजा हूँ।
बच्चों-बूढों सबको भाता,
रसगुल्ला, मीठा खाजा हूँ।